Milkha Singh: नहीं रहे 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- लाखों के लिए आप प्रेरणा रहेंगे
Milkha Singh: महान एथलीट मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात 11.24 बजे निधन हो गया. उन्होंने PGI चंडीगढ़ में अंतिम सांस ली.
महान एथलीट मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात PGI चंडीगढ़ में निधन हो गया. (फाइल फोटो: PTI)
महान एथलीट मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात PGI चंडीगढ़ में निधन हो गया. (फाइल फोटो: PTI)
Milkha Singh: महान एथलीट मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात 11.24 बजे निधन हो गया. उन्होंने PGI चंडीगढ़ में अंतिम सांस ली. वह 91 साल के थे. मिल्खा सिंह 3 जून को कोरोना पॉजिटिव हुए थे. उनकी रिपोर्ट निगेटिव भी आ गई थी, लेकिन इसके बाद भी उन्हें कोविड से जुड़ी दिक्कतें हुईं. उन्हें कुछ दिन पहले अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
बंटवारे में खोया आधे से ज्यादा परिवार
फ्लाइंग सिख' नाम से मशहूर मिल्खा सिंह का जन्म साल 1929 में पाकिस्तान के मुजफरगढ़ के गोविंदपुरा में हुआ था. उन्होंने अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के वक्त उनको भारत आना पड़ा लेकिन उस दौरान उन्होंने 14 में से आठ भाई बहनों और माता-पिता को खो दिया. इन सब यादों के साथ वो भारत आए और सेना में शामिल हो गए. सेना में भर्ती होना उनका सबसे जबरदस्त फैसला था. इस फैसले ने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी और एक क्रॉस-कंट्री रेस ने उनके प्रभावशाली करियर की नींव रखी. इस दौड़ में 400 से अधिक सैनिक शामिल थे और इसमें उन्हें छठा स्थान हासिल किया था.
मिल्खा सिंह का करियर
इसके बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए चुना गया. उन्होंने तीन ओलंपिक 1956 मेलबर्न, 1960 रोम और 1964 टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने हिस्सा लिया. रोम के 1960 ग्रीष्म ओलंपिक और टोक्यो के 1964 ग्रीष्म ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था. इसके साथ ही उन्होंने 1958 और 1962 के एशियाई खेलो में भी स्वर्ण पदक जीता था. 1960 के रोम ओलंपिक खेलों में उन्होंने पूर्व ओलंपिक कीर्तिमान तोड़ा, लेकिन पदक से वंचित रह गए. इस दौरान उन्होंने ऐसा नेशनल कीर्तिमान बनाया जो लगभग 40 साल बाद टूटा. उन्हें 1959 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.
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ऐसे बने थे 'फ्लाइंग सिख'
पाकिस्तान में हुए एक इंटरनेशनल एथलीट में मिल्खा सिंह ने भाग लिया. उनका मुकाबला अब्दुल खालिक से हुआ. यहां मिल्खा ने अब्दुल को हराकर इतिहास रच दिया. इस जीत के बाद पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति फील्ड मार्शल अयूब खान ने उन्हें 'फ्लाइंग सिख' की उपाधि से नवाजा था.
प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने ऐसा महान खिलाड़ी खो दिया, जिनके जीवन से उदीयमान खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती रहेगी. मोदी ने ट्वीट किया, ‘मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी को खो दिया, जिनका असंख्य भारतीयों के ह्रदय में विशेष स्थान था. अपने प्रेरक व्यक्तित्व से वे लाखों के चहेते थे. मैं उनके निधन से आहत हूं.’ उन्होंने आगे लिखा ‘मैने कुछ दिन पहले ही मिल्खा सिंह जी से बात की थी. मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बात होगी. उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों को मेरी संवेदनाएं.
In the passing away of Shri Milkha Singh Ji, we have lost a colossal sportsperson, who captured the nation’s imagination and had a special place in the hearts of countless Indians. His inspiring personality endeared himself to millions. Anguished by his passing away. pic.twitter.com/h99RNbXI28
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2021
अमरिंदर सिंह ने कहा- एक युग का अंत
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि महान एथलीट मिल्खा सिंह का निधन एक युग का अंत है और उनके जाने से भारत और पंजाब एक लिहाज से गरीब हुए हैं. अमरिंदर सिंह ने एक ट्वीट में कहा, मिल्खा सिंह जी के निधन के बारे में सुनकर दुखी हूं. यह एक युग के अंत का प्रतीक है. शोक संतप्त परिवार और लाखों प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना. फ्लाइंग सिख की किवदंती आने वाली पीढ़ियों के लिए गूंजेगी. आपकी आत्मा को शांति मिले- सर! हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, मिल्खा सिंह हमें छोड़कर चले गए हैं, लेकिन वह हमेशा हर भारतीय को देश के लिए चमकने के लिए प्रेरित करेंगे.
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08:57 AM IST